डार्क टूरिज्म के बारे में ज्यादातर लोग बहुत कम जानते हैं। डार्क टूरिज्म एक प्रकार का पर्यटन है जो ज्यादातर एडवेंचर पसंद करने वाले लोग करते हैं। आजकल बहुत से इन्फ्लुएंसर भी डार्क टूरिज्म को बढ़ावा देते हैं, मतलब ये ऐसी जगह होता है जहां पर पहले कभी कोई बुरी घटना घटी हो, ये इतिहास की बहुत ही अंधेरी जगह है, मेरा मतलब ये अंधेरा नहीं है लेकिन इसके अतीत की कहानी बहुत खतरनाक है, मेरा मतलब यहां जरूर कुछ गलत हुआ होगा, ऐसी कोई घटना घटी होगी जिससे बहुत बड़ा नुकसान हुआ होगा।
क्या यह जगह घूमने लायक होती
पहले कोई बड़ी घटना हुई है लेकिन आजकल बहुत सी जगहें बंद हैं जैसे चेर्नोबिल, यूक्रेन में जो प्लांट हुआ वो अभी भी बंद है क्योंकि वहां अक्सर रेडियो एक्टिव रहता है लेकिन अगर हम ज्यादातर लोकेशन की बात करें तो वो टूरिज्म के लिए खोली गई हैं, कुल मिलाकर लोग वहां आते हैं और महसूस करना चाहते हैं कि यहां ऐसा हुआ था या फिर वो श्रद्धांजलि देने भी जाते हैं। वैसे तो ये जगह काफी खुली हुई है लेकिन फिर भी अगर सरकार ने किसी कारण से वहां पर प्रतिबंध लगा रखा है तो वहां मत जाइए और जिस जगह पर हर कोई जाता है इसका मतलब है कि वो जगह पर्यटन के लिए खुली है और मेरा अंतिम जवाब हां होगा, अगर हर कोई उस जगह पर घूमने जाता है तो आप जा सकते हैं लेकिन अगर किसी तरह का प्रतिबंध है तो मत जाइए। चलिए इसी बात पर मैं आपको अमेरिका की कुछ लोकेशन बताता हूँ जो ऐसी है
सलेम, मैसाचुसेट्स(अमेरिका)
वैसे तो ये शहर बहुत खूबसूरत है, बहुत साफ है और आप यहाँ घूमने जा सकते हैं लेकिन 1692 में ये शहर ऐसा नहीं था कि यहाँ पर डायन ट्रायल चल रहे थे, आपने सही सुना, यहाँ पर डायन ट्रायल हुए थे, 1692 से लेकर 1693 तक 200 से ज्यादा महिलाओं पर डायन होने का आरोप लगाया गया और उनके साथ बुरा व्यवहार किया गया। वैसे ये जगह हैलोवीन के दौरान बहुत मशहूर होती है जो कि एक ईसाई त्यौहार है। लोग यहाँ दूर-दूर से आते हैं क्योंकि यहाँ का एहसास अलग होता है। क्योंकि हैलोवीन पर ऐसा मनाया जाता है कि दूसरी दुनिया और हमारी दुनिया के बीच एक दरवाजा खुलता है इसलिए लोग एन्जॉय करते हैं, आज ये एक मशहूर टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन चुका है इसलिए इसका एक इतिहास है, इस तरह की लोकेशन को डार्क टूरिज्म कहते हैं।
इस देश में तानाशाह पोल पॉट के कारण 2500000 से ज़्यादा लोगों की जान चली गई। किलिंग फील्ड्स उन जगहों का समूह है जहाँ खमेर रूज शासन के दौरान लाखों लोगों को मार दिया गया था। चोयंग एक संग्रहालय और स्मारक स्थल है, जहाँ आगंतुक इस नरसंहार के इतिहास के बारे में जान सकते हैं और इस बर्बरता के शिकार हुए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि दे सकते हैं। इसलिए आज भी लोग मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए इस जगह पर आते हैं।
हिरोशिमा, जापान
हिरोशिमा के बारे में बात किए बिना डार्क टूरिज्म के बारे में बात करना असंभव है। जापान के हिरोशिमा में परमाणु हमले के दौरान कई लोगों की जान चली गई। अनुमान है कि 1945 के अंत तक 140,000 लोग मारे गए, और बचे हुए लोगों में कैंसर और पुरानी बीमारियों की दर बढ़ गई। हिरोशिमा वह जगह है जहाँ द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान पहला परमाणु बम गिराया गया था। हमले ने शहर को नष्ट कर दिया और हज़ारों लोगों की जान चली गई। आज, आगंतुक हिरोशिमा शांति स्मारक पार्क और संग्रहालय के माध्यम से उस दिन की भयावहता और परमाणु हथियारों के विनाशकारी प्रभावों के बारे में जान सकते हैं।
निष्कर्ष
डार्क टूरिज्म एक अनूठा और संवेदनशील पर्यटन है, जो हमें इतिहास के अंधेरे पहलुओं को जानने और समझने का मौका देता है। यह पर्यटन न केवल एडवेंचर पसंद लोगों के लिए आकर्षक होता है, बल्कि उन लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण होता है जो अतीत की त्रासदियों से सीखना चाहते हैं। हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि हम इन स्थलों की यात्रा करते समय सम्मान और संवेदनशीलता बनाए रखें, और उन घटनाओं को याद रखें जिन्होंने इन स्थानों को इतिहास में एक विशिष्ट स्थान दिया है। यदि किसी स्थान पर प्रतिबंध है, तो हमें उनका पालन करना चाहिए, लेकिन अगर यह पर्यटन के लिए खुला है, तो हम इन स्थलों की यात्रा कर सकते हैं और उनके इतिहास को समझ सकते हैं।
सलेम, चोयंग, और हिरोशिमा जैसे स्थान न केवल ऐतिहासिक महत्व रखते हैं, बल्कि वे हमें यह भी याद दिलाते हैं कि अतीत की त्रासदियों से सीखना और भविष्य के लिए एक बेहतर दुनिया का निर्माण करना कितना महत्वपूर्ण है।