इस मॉनसून खो जाइये उत्तराखंड की वादियों में

दोस्तों मानसून चालू हो चूका है जो की हमारे देश को हरियाली से भर देता है और हमारे देश की खूबसूरती पे चार चाँद लगा देता है इस मौसम में उत्तराखंड मानो स्वर्ग सा लगने लगता है और मानसून में घूमने का मज़ा ही कुछ और है तो आइये आज हम उत्तराखंड के कुछ ऐसी जगह के बारे में जानते है जोकि की बरसात में सुन्दर लगती है आपके समय निकल कर इन जगहों पर जरूर घूमना चाहिए

आइये जानते है कौन सी है ये जगहें

चोपटा हिल स्टेशन

image – uttarakhandtourism.gov.in

इस जगह को भारत का मिनी स्विट्ज़रलैंड कहा जाता है जो की इंट्रेस्टिंग है आप लोगो को भी लग रहा होगा ऐसा क्यों बोला जाता है तो में आपके बता दूँ। यहाँ की हरी घास के मैदा और सफ़ेद बर्फ एक ऐसी फीलिंग देती है जैसे आप भारत में ना होकर किसी यूरोपी देश में हो ठंडी इत्ती की नाक में भी बर्फ जम जाये यह समुद्रीतल से लगभग 2,608 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है यह जगह आप साल भर घूम सकते है परन्तु मानसून में जायदा मज़ा आता है।अब में आपके बताता हूँ की आप

यहाँ कैसे कैसे पहुंच सकते है-

ट्रेन से-चोपता के लिए सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है। ऋषिकेश रेलवे स्टेशन NH58 पर चोपता से 202 किलोमीटर पहले स्थित है। ऋषिकेश भारत के प्रमुख स्थलों के साथ रेलवे नेटवर्क द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

हवाई मार्ग से-जॉली ग्रांट हवाई अड्डा चोपता का निकटतम हवाई अड्डा है जो 221 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जॉली ग्रांट हवाई अड्डा दिल्ली से दैनिक उड़ानों के माध्यम से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

सड़क द्वारा-उत्तराखंड राज्य के प्रमुख स्थलों से मोटर योग्य सड़कों द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। ISBT कश्मीरी गेट से ऋषिकेश और श्रीनगर के लिए बसें उपलब्ध हैं। 

बोनस-आप यहाँ कैंपिंग और हाईकिंग भी कर सकते है

दयारा बुग्याल ट्रेक

दयारा बुग्याल ट्रेक भारत के उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित है इस बुग्याल की अधिकतम ऊंचाई 11,181 फीट है। यह रायथल नाम के गांव से शुरू हो जाता है ट्रेक, यह पूरा ट्रैक बर्फ की वादियों में बसा हुआ है इसके जंगल और वादी मिलकर बहुत ही खूबसूरत सीन बनाते हैं यह ट्रैक का यहां एक बहुत ही खूबसूरत जगह है जो कैंपिंग ग्राउंड से बहुत दूर है और आप यहां के खूबसूरत गांव की सैर भी कर सकते हैं।रैथल उत्तरकाशी जिले में 2,240 मीटर की ऊंचाई पर एक छोटा सा गांव है। रैथल के छोटे से गांव में एक  गेस्ट हाउस और कुछ होमस्टे हैं। खूबसूरत गांव में कुछ होमस्टे भी हैं। यह जगह पक्षियों को देखने के लिए बेहतरीन है क्योंकि यहां ज़मीन पर रहने वाले पक्षियों को आसानी से देखा जा सकता है।मानसून के मौसम में, विशेष रूप से उत्तराखंड हिमालय में दयारा बुग्याल ट्रेक के दौरान कभी-कभी बारिश होती है, इसलिए यदि आपके पास यहां सूखे कपड़े हैं, तो यह बहुत अच्छा है, यहां तक ​​​​कि गीले होने पर भी यह जल्दी सूख जाता है।

यहाँ कैसे पहुँचें

सड़क के द्वारा-राज्य परिवहन की बसें उत्तरकाशी और ऋषिकेश (200 किमी) के बीच नियमित रूप से चलते हैं। स्थानीय परिवहन संघ और राज्य परिवहन की बसें तथा टैक्सी उत्तरकाशी और ऋषिकेश (200 किमी), हरिद्वार (250 किमी), देहरादून (200 किलोमीटर)के बीच नियमित रूप से चलते हैं। उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से 30 किमी रोड के द्वारा भटवाड़ी/रैथल तक, उसके बाद रैथल से ट्रेक रूट |

हवाई मार्ग से-निकटतम हवाई अड्डा देहरादून में जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है, जो उत्तरकाशी मुख्यालय से लगभग 200 किमी दूर है। देहरादून हवाई अड्डे से उत्तरकाशी तक टैक्सी तथा बस सेवाएँ उपलब्ध हैं।

ट्रेन द्वारा-ऋषिकेश, हरिद्वार और देहरादून सभी जगह रेलवे स्टेशन हैं। उत्तरकाशी से निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश (लगभग 100 किमी) है। ऋषिकेश से उत्तरकाशी बस/टैक्सी से पहुंचा जा सकता है।

बोनस-हर साल दयारा बुग्याल, बार्सू या रैथल गांव और उत्तरकाशी गंगोत्री क्षेत्र के लोग और भारत के विभिन्न हिस्सों से आए ट्रैकर्स वार्षिक ‘बटर फेस्टिवल’ में भाग लेते हैं और मक्खन और पवित्र महोत्सव को बड़ी धूमधाम से मनाते हैं।

निष्कर्ष

मानसून का मौसम उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता को निखार देता है और यह समय यहाँ की हरी-भरी घाटियों और बर्फ से ढके पहाड़ों का अनुभव करने का सबसे अच्छा समय होता है। चोपटा और दयारा बुग्याल जैसे स्थल इस मौसम में विशेष रूप से मनमोहक हो जाते हैं।

चोपटा हिल स्टेशन को भारत का मिनी स्विट्ज़रलैंड कहा जाता है, यहाँ की हरी घास के मैदान और सर्दियों में बर्फबारी एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करते हैं। यह स्थान कैंपिंग और हाईकिंग के लिए भी प्रसिद्ध है, और यहाँ पहुँचने के लिए ऋषिकेश सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन और जॉली ग्रांट हवाई अड्डा सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है।

दयारा बुग्याल ट्रेक उत्तरकाशी जिले में स्थित है और यह ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए एक बेहतरीन स्थान है। यहाँ की वादियाँ और जंगल मानसून में और भी सुंदर हो जाते हैं। रैथल गाँव से शुरू होने वाला यह ट्रेक प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है और यहाँ पक्षी देखने का भी अच्छा अवसर मिलता है।

इन दोनों स्थलों तक पहुँचने के लिए अच्छी सड़क और परिवहन सुविधाएं उपलब्ध हैं, और मानसून के मौसम में इन स्थानों की यात्रा का अपना अलग ही मजा है। उत्तराखंड के ये स्थल मानसून के समय और भी जीवंत हो जाते हैं और यहाँ की यात्रा आपको एक अद्वितीय और अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करेगी।

तो, इस मानसून अपने व्यस्त जीवन से समय निकालें और उत्तराखंड के इन खूबसूरत स्थलों की यात्रा पर जाएँ। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और मनमोहक दृश्य आपके मन को प्रसन्नता से भर देंगे।

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